शिक्षक ऐसे होते हैं |
शिक्षक ऐसे होते हैं |
गिरते हैं जब हम तो उठाये शिक्षक ऐसे होते हैं।
जीवन की राह दिखाये शिक्षक ऐसे होते हैं।
अँधेरे रास्तों पर बनकर दीपक
जिन्दगी को चमकाए शिक्षक ऐसे होते हैं।
रोते हुए को अच्छे दोस्त बनकर
हँसायें शिक्षक ऐसे होते हैं।
जब दुनिया हाथ झटकाती तो झटपट हाथ
बढ़ाते शिक्षक ऐसे होते हैं।
जीवन डगर पर जीवन संघर्ष
सिखाते शिक्षक ऐसे होते हैं।
देकर अपना ज्ञान हमको योग्य मानव
बनाते शिक्षक ऐसे होते हैं।
इस देश व दुनिया के लिए एक आदर्श
समाज बनाते शिक्षक ऐसे होते हैं।
"कुलवीर बैनीवाल" कहता नहीं हो कहीं अशांति,
बस यही पैगाम फैलाते शिक्षक ऐसे होते हैं।
