ईमानदार तभी कहलाओगे
ईमानदार तभी कहलाओगे
हज़ारों रास्ते हैं मंज़िल तक पहुँचने के
तुम कौन सा अपनाओगे
डट कर करोगे तूफ़नों का सामना
या आँधियों में खो जाओगे
नेकी के पथ पर चलके ही
चैन की नींद सो पाओगे
कामयाबी तो मिल जाएगी कहीं भी
क़ाबिलियत कहाँ से लाओगे
लम्बा सही चुन रास्ता सच्चाई का
ईमानदार तभी कहलाओगे।