हमारी ज़िंदगी
हमारी ज़िंदगी
जब से ऑनलाइन क्लास का
रूल बनकर आया
सच कहती हूँ मेरा तो सिर चकराया
कोई बच्चा आराम से बैठ न पाया
स्कूल का जीवन बहुत याद आया
पर एक बात है भाया
ऑनलाइन क्लास में कोई टीचर
हमको मार न पाया
जो समझ न आया
बार बार समझाया
घर मे बैठ ज्ञान को पाया
परिवार के साथ भी समय बिताया
जल्दी से कोरोना जाओ
हमारी ज़िंदगी हमें लौटाओ
इस प्यारी दुनिया को स्वस्थ बनाओ।