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Dr Lakshman Jha "Parimal"Author of the Year 2021

Abstract

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Dr Lakshman Jha "Parimal"Author of the Year 2021

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हमारी सोच

हमारी सोच

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हमें यह ज्ञात है,

आभास है

विचारों में विभेद 

हो सकता है,

पर हर्ज क्या है 

किसी की बात सुनने में ?


कहीं इस में छुपा 

कोई राज हो सकता है !

कुछ आप लिखें,

कुछ हम लिखें

अच्छी चीजों को 

सराहें ह्रदय से,


जो अटपटी लगे,

आहत करे,

अस्वीकार्य हो

उसे हम त्याग दें 

अपने समय से !


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