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Mamta Singh Devaa

Inspirational

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Mamta Singh Devaa

Inspirational

हमारे नौनिहाल कमाल हैं

हमारे नौनिहाल कमाल हैं

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हमारे नौनिहाल

संभालते विरासत

सिंचित करते पौधे

वाकई हैं कमाल ,


इनकी बुद्धि को

कम मत आंकिए

इनकी उम्र पर ना जाकर

इनको अंदर से जानिए ,


ये हमारी सब बातें सुनते हैं

कुछ दिमाग में घुसा कर

कुछ दिल में संजोकर

बड़े प्यार से रखते हैं ,


इनको बच्चा समझने की

भूल कत्तई ना करना

ये गहरे कुएं हैं

सोचना भी मत करना इनकी थाह लेने की ,


ये ख़ुद ही चिंता करने लगे हैं

हमसे ज़्यादा अपने भविष्य की 

ये सोकर नही बल्कि

जागकर सपने देखने लगे हैं ,


बचपन है तो बचपना भी है

पेड़ के नीचे दरी बिछाकर

अपने पालतू को ले सहेली के साथ

किताबें पढ़ने का अपना एक मज़ा भी है ।



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