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Antariksha Saha

Inspirational

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Antariksha Saha

Inspirational

हम सुलझे हुए हैं

हम सुलझे हुए हैं

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हम सुलझे हुए से घूमते हैं

पर अंदर से हम सब अनसुलझे खोए हुए से होते हैं

एक दूसरे की कमियों का मज़ाक बनाते हैं

ऊपर वाला हंसता है और कहता तुझे कहा पूरा बनाया है

खामियों को छिपाने से कोई हल नहीं मिलता

उन्हें जग जाहिर हो कर अपनाने मे ही भलाई है।


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