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Rajeev Kumar

Abstract

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Rajeev Kumar

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हम असमर्थो का होगा सर्वस्व

हम असमर्थो का होगा सर्वस्व

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 ये विकलांग

चकित कर देगा

लगा छलांग


2. अवमानना

विकलांग बनेगा

तुम्हारी प्रेरणा


3. मनोदशा को

बदल विकलांग

समाज सेवा


4. आज है फर्श

विकलांग को देगा

समाज अर्श


5. बीच की रेखा

समर्थ-असमर्थ

है कर्म रेखा


6. अभिव्यक्ति

दिव्यांगजन की

मन की शक्ति


7. उद्घोषक

विकलांग काया पलट

का है पोशक


8. अवशोषक

विकलांग, सृजन

उदघोषक


9. होगा वर्चस्व

हम असमर्थो का

होगा सर्वस्व


10. प्रभू की माया

सक्षम-असक्षम

किसी की काया


11. न रहा होगा

समाधान हमारा

प्रभु वेचारा


12. खुशी झलके

असक्षम की आँखंे

आँसू छलके


13. विकलांग भी

 अरमान देश के

दिव्यांग ही


14. देकर देखो

हमको भी माहौल

छुने दो गोल।


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