हलचल कुछ ऐसी करो
हलचल कुछ ऐसी करो
हलचल कुछ ऐसी करो
जीवन अपना सफल करो
जहां में पहचान हो अपनी
ऐसा तुम निश्चय करो
होगी राह आसान और
अभी मन चंचल न करो
आत्मविश्वास बड़ी शक्ति
धीरज तुम और धरो
जीत हार के फेरे में
जीवन की मत गणना करो
चुनकर फिर राह अपनी
हार से फिर कंठ हार धरो
