देखो हमारा नवसंवत्सर आया
देखो हमारा नवसंवत्सर आया
देखो हमारा नवसंवत्सर आया
चैत्र का यह महिना पावन
पक्षी करते कलरव मस्त गगन
महक उठी आज पुरवाई
धरा ने जैसे ही ली अंगड़ाई
चारो ओर हर्षोल्लास छाया
देखो हमारा नवसंवत्सर आया
द्वार द्वार पे सजी रंगोली
घर घर गूंजी हंसी ठिठोली
छप्पन भोग के बने पकवान
संस्कारो की धरोहर का यह सम्मान
विजयध्वज आंगन में लहराया
देखो हमारा नवसंवत्सर आया
धरा पे हुआ राम का आगमन
माँ अम्बे का सब करते पूजन
पूजा पाठ आचार विचार
संस्कृति से जुड़ा यह त्योहार
जन जन को आनंद आया
देखो हमारा नवसंवत्सर आया
आओ मिलकर करे स्वागत
एक दूसरे के संग संगत
बैर भाव सब भूल जाए
मिलकर अपना त्योहार मनाये
इसमें सबका हित समाया
देखो हमारा नवसंवत्सर आया।