Hindi
Hindi
नहीं बनाया किसी ने टाटा, बिरला, अंबानी,
खुद ही बने है सब अपने सपनों के सौदागर।
राह नहीं थी बनी बनाई, ना ही है कोई बड़ा ज्ञानी,
सब ने करी है कड़ी मेहनत, फिर है मेहनत रंग लाई।
एक पल में नहीं बनता सब कुछ,
पल पल मेहनत करके सब ने मंजिल है पाई।
कल क्या होगा ना ध्यान दिया, बस काम किया,
राह में मुश्किल उनके भी आई।
मुश्किल था मंजिल को पाना, बना दिया रास्ता,
चल दिए बिना किए किसी की परवाह।
सुना है उन्होंने भी ताना बाना,
लेकिन फितूर चढ़ा था कुछ पाने का।
तोड़ दिया सब का भ्रम, कर दिया सपनों को साकार,
ताना देने वालों ने ही हँसकर सत्कार किया।