हे नारी तुझे प्रणाम
हे नारी तुझे प्रणाम


तू ही अभिमान, तू ही सम्मान,
तू आस्था, तू विश्वास, तेरा वैभव सूर्य समान।
हे नारी ...तुझे प्रणाम।।
दुनिया की तू है पहचान, हर घर की तू ही तो है जान।
कभी मां, कभी बहन, तुझ से ही तो घर की शान।
है नारी ....तुझे प्रणाम।
करुणा का तू है इक सागर, मातृशक्ति की तू है प्रतिमान।
उखड़ गया वो हर शख्स जड़ से,
जिसने किया तेरा अपमान।।
हे नारी ....तुझे प्रणाम।।
सुंदरता की तू है इक मूरत, सहनशक्ति का तू वरदान,
कहने को तू कोमल जग में, पर देती रही सदा बलिदान।
प्रेम, समर्पण, त्याग की देवी, धरती पर तू है भगवान ।।
हे नारी .... तुझे प्रणाम।
हे नारी ....तुझे प्रणाम।।