हौसलों की उड़ान
हौसलों की उड़ान
माँ-पापा से सुना था
महामारियाँ आती हैं
देशों के देश खत्म हो जाते थे।
शायद तब भी करोना जैसा
कुछ होता होगा।
पर आज ....
सारा दिन घर में रह
करोना से बचने के उपाय
सबका साथ,सबका बचाव।
एक ऐसे वायरस से
बचने का प्रयास
जो छूने से फैले
हर छूने वाले को ले डूबे ।
हर भारतवासी ने
ईमानदारी से किया पालन
नहीं निकले घर से बाहर
इक्का दुक्का तो जरूर होंगे बाहर
पर अधिकतर घर के अंदर।
फिर पाँच बजे ..पाँच मिन्ट..
मानो गूँज उठा सारा वातावरण
शँखनाद ,थाली ,बरतन की आवाजों से
साथ दिया असंख्य करतल ध्वनियों ने ।
धन्यवाद उन सब डाक्टरों का
जो लड़ रहे हैं
करोना से पीडित
मरीजों को बचाने के लि।
खुशी इस बात की
सब एक होकर प्रयासरत
कोई ऊँच नीच नहीं
कोई भेदभाव नहीं ।
हौंसलों की उड़ान पर
होकर के स्वार
इस विश्वास के साथ
हराना है, हराना है
करोना को हराना है।
हम होंगे कामयाब
हम होंगें कामयाब
बहुत जल्द ,बहुत जल्द।
पूरा है विश्वास
हम होंगे कामयाब।