"है भारत की पावन मिट्टी"
"है भारत की पावन मिट्टी"
हे भारत की पावन मिट्टी
तुझको शत-शत वन्दन है,
तेरी मिट्टी चंदन सा पावन
तुझको मेरा अभिनंदन है।
सूर्य सा तू दैदीप्यमान है
स्वर्णिम तेरी गाथा है,
तेरी महिमा अवर्णनीय है
तेरा युगों-युगों से नाता है।
तूने ही तो सिंचित किया है
प्राचीन संस्कृति सभ्यता को,
तेरा ही तो अनुकरण किया है
यह विश्व तेरी योग्यता को।
ज्ञान- ज्योतिष और धर्म-आस्था
का तूने ही तो दर्शन कराया है
वेद-पुराण, गीता, रामायण का
सृजन कर विश्व गुरु कहलाया है।
