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J P Raghuwanshi

Comedy

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J P Raghuwanshi

Comedy

"हास्य"

"हास्य"

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कंचन जैसी काया तेरी,

कटे है तेरे बाल।

छोटे-छोटे कपड़े तेरे,

देखो भाई कमाल।


चाल तेरी है मतवाली,

जैसे करे धमाल।

बाल चमक रहे चांदी जैसे,

देखो भाई कमाल।


माया नगरी में अब देखों,

फैला मायाजाल।

जिन्हें आ जावें कूदाफांदी,

हो जायें मालामाल।।


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