Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

ritesh ranjan

Tragedy

3  

ritesh ranjan

Tragedy

हालात मुल्क की

हालात मुल्क की

1 min
455


हमारे शहरों में अज़ीज़ अब बहुत कम मिलते हैं

हर घर के सामने अब बहुत से फकीर मिलते है

जिनको खुद पता नहीं अपनी मंज़िल का रास्ता 

आज हमको रास्ता बताने घर से बाहर निकलते हैं


पहले मिलते थे हर मोड़ अपने दोस्त मुझे

अब इन हालातों में दुश्मन ज्यादा और दोस्त कम मिलते है

कल तक जो पूछते थे परेशानियों हमारे, दिल के दर्द

आज वो हमसे हमारी पहले जाती धर्म पूछते है


जिन हाथों से कल बनी इस मुल्क की रास्ते

आज उन्ही सड़को पे अपनों के लाश मिलते है

जो कल तक सजती थी हमारी घर की दीवारें जिन हाथों से

अब उन्ही के जिस्मों से यहां हर रोज खून निकलते हैं


जो हर रोज गरीबों को दिल से सुनकर दिमाग से बोलते थे

आज उन्ही के पाँव संसद से बाहर नहीं निकलते हैं

कैसे माफ़ करेगी दुनिया तुझे इनके साथ ना इंसाफी पे

जिनके पैर भी नहीं है इन हालातों में वो भी

पैदल घर की और निकलते है



Rate this content
Log in