हाइकु
हाइकु
वर्ष न अच्छा,
न होता वह बुरा!
न दोष मढ़ें!
नाजों में पली
बेटियाँ बहु बनी,
फूस सी जली !
रोकना मत,
जाने वालों को कभी
रुकते नहीं !
प्यार दीवाना,
बन जाता मस्ताना,
गाता है गाना !
सर्दी के दिन
ढल जल्दी जाते हैं,
जैसे जीवन !
वर्ष न अच्छा,
न होता वह बुरा!
न दोष मढ़ें!
नाजों में पली
बेटियाँ बहु बनी,
फूस सी जली !
रोकना मत,
जाने वालों को कभी
रुकते नहीं !
प्यार दीवाना,
बन जाता मस्ताना,
गाता है गाना !
सर्दी के दिन
ढल जल्दी जाते हैं,
जैसे जीवन !