गुरूर तुम्हारे साथ का
गुरूर तुम्हारे साथ का
गुऱूर हो गया है मुझे तुम्हारे साथ का ,
बस तुम ये गुरूर मेरा ताउम्र बनाये रखना।
मेरे बिना तुम भी कुछ अधूरे से हो
ये एहसास दिल को हर पल दिलाये रहना।
थोड़ी मासूम सी हैं चाहतें मेरी
जिनमें तुम भी शामिल हो
मेरी हर चाहतों पर तुम
हक़ अपना जताये रखना
तनहॉ सा है ये दिल तुम बिन
तुम इस दिल का साथ हर
पल बनाये रखना।
कुछ नहीं हो तुम मेरे
फिर भी बहुत कुछ बन गये हो।
इन होठों की मुस्कुराहट
और ज़ख्मों की दवा बन गये हो।
बस इसी तरह मेरे दिल में
जगह अपनी बनाये रखना।