गुज़ारिश
गुज़ारिश
हे दयालु हे कृपालु
प्रार्थना तुमसे करते हैं
बालक हैं हम सब तम्हारे
विनती तुमसे करते हैं।
इन उजडती हुई ज़िन्दगियो से
अस्त व्यस्त हुए संसार से
अब यह विश्व थक चुका है
एक विकराल जीवाणु से।
आस उम्मीद तुमसे ही करते हैं
विश्वास एक तुम पर ही करते हैं
मायूस चेहरों पर आभा ला दो।
ऐसा करशिमा कुछ तो कर दो।
गली गली खेल खेलें सब बच्चे
बगीचों की रौनक लौटे फिर से
डॉक्टर सब सो सके सुकून से
ऐसा करशिमा कुछ तो कर दो।
दिन रात रौशन हो जाये फिर से
संध्या में सरगम सजे फिर से
मंदिरों के पवित्र द्वार खुले फिर से
अलौकिक वरदान आज हमें दो।
