गतिमान हो जीवन
गतिमान हो जीवन
गतिमान हो जीवन सदैव हम सभी का।
प्रेम का ही फ़रमान हो सदैव हम सभी का।।
प्रेरणा से भरा मन हो सदैव हम सभी का।
प्रयोग में केवल सहयोग हो सदैव हम सभी का।।
गतिमान हो जीवन की ऐसी हम चाल चलें।
बुलंद हौसलों के आगे काल भी अवश्य टले।।
फलदार वृक्षों के समान ही विचार हम में पलें।
केवल सीधी व नेक राह पर ही हर बार हम चलें।।
गतिमान हो जीवन ऐसी अपनी तैयारी रखिए।
बेवज़ह व्यर्थ की बातों को खुद से दूर ही रखिए।।
अपने अंतर्मन में खूबसूरत विचार ही हर पल रखिए।
मन को कभी भी भारी नहीं केवल हल्का ही रखिए।।
गतिमान हो जीवन परमात्मा का आशीर्वाद संग रहे।
निज सकारात्मकता के सुकर्मों से हर कोई दंग रहे।।
अपने विकारों से हर बार युद्ध करने की जंग जारी रहे।
हर साल की तरह इस वर्ष भी हर्षोल्लास की तैयारी रहे।।
गतिमान हो जीवन हमेशा ऐसी ही उमंग में रहें।
गंगा मय्या जैसी पावन नदियों की तरह ही बहें।।
