गरीबी
गरीबी
गरीबी क्या होती है उस गरीब से जाकर पूछो
जितना मिला है उस में खुश रहना सिखो
ठंड़ में सिकुड़ता रहता है वो इंसान
भीख नहीं लेता, ज़मीर का इतना पक्का होता है वो महान
कौन कहता है ईश्वर बसते हैं मंदिरों में
जरा भला करके तो देखो उस गरीब का
तुम्हे इतनी संतुष्टि मिलेगी कि लगेगा जैैैसे
मेंने चढा दिया भगवान को चढावा एक लाख का
दिया वो भी जलाता है दिवाली पर
बिना सोचे की उसके पास कुछ नहीं है
लेकिन खुशी से झुम उठता है वो जैसे
दुनिया का सबसे अमीर आदमी है वो
बरक्कत पैसे से नहीं मिलेगी
नेकी करके तो देखो
तुम्हें संंतुष्टि के साथ साथ
बरक्कत के जैसी हजार चीजें मिलेंगी
यूँ तो कोई फरिश्ता पैदा नहीं होता है
इस. मात्रभूमी पर लेकिन
फ़रिश्ता तो वो है जो
मदद कर देता है जरूरत मंदो की
इंसान वो भी है और इंसान तुम भी हो
फर्क बस इतना है अगर तुम्हारे पास
इंसाानियत है तो तुम एक इंसान हो
वरना तुम इंसान के रूप में जानवर हो।
