"गणतंत्र दिवस 2021"
"गणतंत्र दिवस 2021"
मैं फिर से वही हंसता खेलता ये जगत चाहता हूँ,
भारत के हर बच्चे में "भगत " चाहता हूँ..
अपने पर हुए अत्याचार को धोए ऐसी कोई स्याही चाहिए,
हर नारी में अब मुझे "रानी लक्ष्मी बाई " चाहिए..
हंसते हंसते प्राण त्याग दिए जिसकी वजह से वतन आबाद है,
मूछों को ताव देता था नाम "चन्द्रशेखर आज़ाद" है..
जात पात का भेद ना रहे खुशियों कि बरसात सदेव हो,
कोशिश यही रहे कि हर घर मे कोई "सुखदेव" हो..
चाहे हिन्दू या फिर मुस्लिम सबके दिलों में हिन्दुस्तान हो,
मरते मरते भी जय हिंद बोले वो"अशफाकुल्ला खान" हो..
और चाहता हूँ न सबकी पहल मुझसे ही शुरू हो,
और मेरे बेटे का नाम भी "राजगुरु" हो..।