गजब का वायरस
गजब का वायरस
मिलजुल कोई रह सके ना
गज़ब का वक़्त ये आया है
पहले से दरार दिलों में
अब वायरस भी ऐसा आया है।
कोहराम मचा देश-विदेश में
भारत में पैर जमाया है
खांसी-जुखाम से शुरू हुआ जो
मृत्यू का द्वार खटखटाया है।
विष भर दिया इसने दिलों में
अब भयंकर रूप बनाया है
कितनों की जान ले चुका ये
जानें कितनों को शिकार बनाया है।
सर्दी-गर्मी में भी जिंदा रहता
तापमान को ढाल बनाया है
बनी नहीं है इसकी औषधि
ना कमी भी अपनी जताया है।
यह भी सच है भारत में
हर वायरस ने खत्मा पाया है
बर्ड फ्लू से स्वाइन फ्लू तक
अब कोरोना का नम्बर आया है,
गज़ब वायरस आया है।