गांधी जी यदि लौट आएं
गांधी जी यदि लौट आएं
गांधी जी यदि किसी दिन
मातृभूमि पर लौट आएं
अपने भारत की हालत
देखकर बहुत पछताएं
अहिंसा के बल पर
अंग्रेजों को भगाया
अहिंसा परमो धर्म
भारत की संस्कृति का
विश्व में परचम लहराया
आज उसी भारत भूमि पर
अहिंसा का नित नया
रुप दिख रहा
अपने ही भाई बहनों के प्रति
हिंसक किस्सा बन रहा
जिस जाति पाति की खर पतवार से
समाज को बचाया
आज जाति पाति का व्यापार
खूब फल-फूल रहा
महिलाओं को आंदोलन में जोड़
महिलाओं का मान बढ़ाया
अंग्रेजों ने भी नहीं किया था जो जुल्म
आज आजाद भारत में
महिलाओं पर हो रहा
हे राम! कह कर
भारत माता को छोड़ा था
राम का चरित्र गुम हो गया
मन वचन कर्म से
इंसान दूषित हो गया
चरखा न चलाने का
अफसोस नहीं
हिंसा के चलते हथियारों ने
दिल तोड़ दिया
देश सेवा के लिए बना
राजनैतिक ढांचा ढह गया
हे राम! भारत भूमि का
ये क्या हाल हो गया।।