गाँधी बाबा
गाँधी बाबा
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई
बच्चा बूढ़ा और जवान
बच्चे कहते गाँधी बाबा
दादा-दादी करे बखान
जन मन जपता गाँधी बाबा
दुनिया जपती गाँधी नाम ।
हाथ लकुटी व नंग शरीर
आधी धोती वृद्ध शरीर
एक विदेशी पूछा साथी
गाँधी है अथवा देहाती ?
सत्य बोला रे मूर्ख ! नादान
दुनिया जपती गाँधी नाम ।
अहिंसा जिनका हथियार
जन जन से जो करता प्यार
सत्य रहा है जिनका साथी
उनको कहता है देहाती ।
निर्बल में बल दुष्ट में राम
दुनिया जपती गाँधी नाम ।
अंग्रेजों से थी तकरार
डरता था जिनसे संसार
नहीं काम आया हथियार
अंत में जीता प्यार दुलार
सभी कर्म में गाँधी काम
दुनिया जपती गाँधी नाम ।
चम्पारण का अत्याचार
देख रहा था चुप संसार
सहते थे निर्बल किसान
सिसक रहे थे ये इंसान
आ गाँधी दिया विराम
दुनिया जपती गाँधी नाम ।
साक्षी है सभी इतिहास
अस्त्र - शस्त्र है युद्ध में खास
बिना अस्त्र कोई जीता युद्ध ?
जीता सिर्फ है गाँधी वृद्ध
गाँधी दर्शन दे आराम
दुनिया जपती गाँधी नाम ।।