एंटी रोमियो
एंटी रोमियो
उतर प्रदेश में एंटी रोमियो के ऑपरेशन के चलते क्या स्थिति हैं इस पर चर्चा करते हैं............
रोमियो, रोमियो छुप गए किस वीराने में
ओ जुलिये में पड़ा हूं चार दिन से यू. पी के थाने में
तुम्हारी आँखें क्यों सूजी पड़ी हैं
अरे ! इन पुलिस वालों से बड़ी मार पड़ी हैं
कहा था रोमियो!!!
कॉलेज के बाहर आकर गाने मत गाना
जाना मैं तो हूँ तेरा एक दीवाना
मुझे क्या पता था महँगा पड़ जाएगा यह गाना गाना
तुम्हारा इसलिए बुरा हाल हैं
क्योंकि अबकी बार योगी सरकार हैं
सुनो! हम सब आशिकों को बाहर निकालो
लैला हीर, को भी मजनूँ राँझा का हाल बता डालो
ठीक हैं फिर मिलने आती हूँ
किसी बीजेपी के कार्यकर्ता से सेटिंग कर बाहर निकलवाती हूँ
आखिर रोमियो की ज़मानत हों गयी पर इतनी धुलाई के बाद
उसके सुर और ताल दोनों बदल गए हैं अब वह जूलिएट से क्या कहता हैं सुनिए
मेरे महबूब कहीं और मिला कर मुझसे~~~~~
तेरे कॉलेज या घर के बाहर आना अब मुमकिन नहीं
फिर से जेल जाने के हौसले पस्त हैं
जेल का खाना खाकर लग गए उलटी दस्त हैं
यह बेदर्द आरएसएस वाले हमारी मोहब्बत से वाकिफ नहीं
क्योंकि इन्होंने कभी घर बसाना नहीं
आ जा जुलिये अब बाग़ बगीचे भी आग बरसाएंगे
कल से हम मॉर्निंग शो देखने जाएंगे
या फिर सुनसान हाईवे या घनघोर जंगल होगा
प्यार किया हैं तो पैसा भी खर्चना होगा
इतिहास बदलता नहीं खुद को दोहरता हैं
पहले मजनूँ पत्थर खाता था अब डंडे खाता हैं
माउंटेन डियो से न बुझे इश्क़ की ऐसी प्यास हैं
सच तो यह हैं कि अब यू.पी में न रास है न रोमांस हैं
खुदा न करे आशिक़ों का जनाज़ा चढ़े सिर किसी के
मेरे महबूब कहीं और मिला कर मुझसे~

