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Harshal Baxi

Romance

4  

Harshal Baxi

Romance

एक शाम...

एक शाम...

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चलो आज हिसाब कर ही दो,

जो एक शाम उधार थी वो आज देदो।


लिपटी है यादें फिर से दिलों- दिमाग पर,

जो एक तस्वीर उधार थी वो आज लेने दो ।


कहते है महोब्बत में मिलना जरूरी है,

जो एक मुलाकात उधार थी वो आज देदो ।


सांसें मानो थम सी गई मिलन की आश में,

बस, एक धड़कन उधार थी वो आज देदो।


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