एक पाती वतन के सैनिकों के नाम
एक पाती वतन के सैनिकों के नाम
जो था जो है, वो तो रहेगा ही रहेगा,
ऐ वतन तुझसे मोहब्बत का रिश्ता रहेगा ही रहेगा।
हर जवान सरहद पर खडा,
दुश्मन के आगे हिमालय सा अड़ा ,
चाहे कोई बाधा आये सामने,
वो लेकर तिरंगा आगे ही बढा,
अब ये आगे ही आगे बढेगा...
ऐ वतन तुझसे मोहब्बत का रिश्ता रहेगा ही रहेगा।
वो वहाँ हर मौसम झेल जाता है,
हँसकर जान पर भी खेल जाता है,
उसके सलामत होने से देश मे
अमन सा फैल जाता है
और ये पैगाम फैलेगा ही फैलेगा...
ऐ वतन तुझसे मोहब्बत का रिश्ता रहेगा ही रहेगा।
कभी संदेशे घर से मिल नहीं पाते,
ये फर्ज मे कभी बाधा नहीं उपजाते,
तुम्हारे साथ उस परिवार को भी नमन,
जो वतनपरस्ती दिल से हैं निभाते,
हमारा प्यार,सम्मान बढेगा ही बढेगा...
ऐ वतन तुझसे मोहब्बत का रिश्ता रहेगा ही रहेगा।