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Sarita Saini

Romance

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Sarita Saini

Romance

एक खूबसूरत गुनाह

एक खूबसूरत गुनाह

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दिल से उन्हें चाहने का गुनाह हो रहा है ,

मोहब्बत उनसे बेपनाह हो रहा है।


ये आरज़ू नहीं कि वो मिलें मुझे ,

फिर भी सुकून अब तबाह हो रहा है।


दिल को तलब लगी है उनके दीदार की ,

ये नशा अब सरेबाज़ार हो रहा है।


ऐ ख़ुदा ! अब रहम कर मुझ पर ,

क्यों ये गुनाह मुझसे बार-बार हो रहा है।


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