एक ही ख्वाहिश
एक ही ख्वाहिश
ना मुझे कोई हीरे जवाहरात पाने की चाहत है,
मुझे तो बस तुझे अपना बनाने की चाहत है,
कोई ख्वाहिश अब दिल में रही नहीं सिर्फ एक के,
मुझे तो तेरी ज़रूरत बन जाने की चाहत है।
ना मुझे कोई हीरे जवाहरात पाने की चाहत है,
मुझे तो बस तुझे अपना बनाने की चाहत है,
कोई ख्वाहिश अब दिल में रही नहीं सिर्फ एक के,
मुझे तो तेरी ज़रूरत बन जाने की चाहत है।