एहसास
एहसास


हां, ये एहसास बड़ा ही प्यारा है
खुदा का दिया तोहफा बड़ा ही
अनोखा है।
है कितना मनोहर एहसास ये,
एक शरीर में समा दो जान ये,
तेरे धड़कन को महसूस करना,
तेरे तस्वीर की कल्पना करना,
इस दुनिया में सबसे पहले
मुझसे तेरा रिश्ता जुड़ना,
कितना मनोहर है मां बनना।
कल तक जो थी मैं अल्हड़ सी,
वो आज हो गई हूं पूरी कुशल सी,
मन के भाव सतरंगी हो गए है,
जीवन की डोर में जैसे पर लग गए है।
तेरे आने की कल्पना भर से मेरे होंठ
मुस्कुराने लगे है,
आंखें बरस सी जाती है,
धड़कने कुछ तेज सी हो जाती है।
मन बस इतना सोचता है की कब
तेरे नन्ही हथेली को पकड़ूंगी,
कब तुझे अपनी बांहों में भरूंगी,
हर्षित करता है ये एहसास ,
हर स्त्री को, जो बनने वाली होती है मां।
एक जीवन को आकार देना,
एक जीवन का सृजन करना,
एक जीवन को दुनिया में लाना,
ये एहसास हर मां को रोमांचित कर देता है।