दुनिया
दुनिया
मैं एक इन्सान,
मेरा एक परिवार,
मेरा एक समाज,
मेरा एक गाँव,
मेरा एक राज्य,
मेरा एक देश,
हर इन्सान का
ये सबकुछ है,
और ये सब मिलकर
पूरी एक दुनिया है,
दुनिया एक या दो
से नहीं बनती,
बल्कि हम सबसे बनती है,
और भगवान की बनाई,
ये दुनिया सबसे प्यारी है।
