दिल का शजर
दिल का शजर
मौसम-ए-खिज़ां सी मेरी ज़िंदगी में
खुश्क पड़े मेरे दिल के शजर को
ओस की बूँद सी तेरी मोहब्बत से
ज़र्द पत्तो सी मेरी दिल की धड़कन को
तेरी साँसों की नमी से ऐसे सब्ज़ तू बना जा
की मौसम-ए-बहार का एहसास तू ऐसे करा जा।
मौसम-ए-खिज़ां सी मेरी ज़िंदगी में
खुश्क पड़े मेरे दिल के शजर को
ओस की बूँद सी तेरी मोहब्बत से
ज़र्द पत्तो सी मेरी दिल की धड़कन को
तेरी साँसों की नमी से ऐसे सब्ज़ तू बना जा
की मौसम-ए-बहार का एहसास तू ऐसे करा जा।