दिखावा करना नहीं आता
दिखावा करना नहीं आता
इस दिखावे से भरी दुनिया में
मुझे दिखावा करना नहीं आता
शराफत का नकाब लगाकर
लोगों से फरेब करना नहीं आता
कम लोगों से ही रिश्ता है मेरा
मुझ पर झूठी तारीफ करना नहीं आता
आईने के जैसी शख्सियत हैं मेरी
मुझे अपनों के साथ छल करना नहीं आता
जब मिलोगे तो हमेशा मुस्कुराता ही पाओगे
मुझे औरों की तरह फितरत बदलना नहीं आता
आज भी वफादार हूँ सबके के लिये
पीठ पीछे गद्दारी करना नहीं आता।
