"धन्य विवेकानंद "
"धन्य विवेकानंद "
स्वामी जी क्या खूब थे , भारत माँ के पूत
विदेश जा भाषण दिया, खूब बने वो दूत
खूब बने वो दूत, धर्म संसद में छाएं
बात कही बेबाक, ह्रदय वो सबके भाएं
मानवता की राह , देश भारत ने थामी
धन्य विवेकानंद, वेश पहन बने स्वामी।