देश की रक्षा करना वाले
देश की रक्षा करना वाले
देश की रक्षा करने वालों को
मेरा सलाम
जान की परवाह किए बिना
जो करते हैं अपना काम
देश की रक्षा करने वालों को
मेरा सलाम
जान की परवाह किए बिना
जो करते हैं अपना काम
दूर रहते हैं वो घर से
नहीं मिलते घरवालों से
चैन से हम सोते हैं घर में
क्योंकि जागते हैं वो सुबह शाम
देश की रक्षा करने वालों को
मेरा सलाम
जान की परवाह किए बिना
जो करते हैं अपना काम
एक सिपाही था हिंदुस्तान का
जो घुस गया था पाकिस्तान में
नाम उनका था कैप्टन अभिनंदन
काम भी उन्होंने नाम वाला किया
अपने विमान से दुश्मन के
विमान का काम तमाम किया
देश के लिए लड़ते-लड़ते
जो हो जाते हैं क़ुर्बान
देश की रक्षा करने वालों को
मेरा सलाम
जान की परवाह किए बिना
जो करते हैं अपना काम
1965,1971 या हो 1999
हर जंग जीती है हिंदुस्तान ने
इसलिए सारा देश करता है
हिंदुस्तानी फौज को सलाम
देश की रक्षा करने वालों को
मेरा सलाम
जान की परवाह किए बिना
जो करते हैं अपना काम
चाहे हो धूप या हो सर्दी या बरसात
हर मौसम में करते हैं
ये अपना काम इसलिए मैं कहता हूं
देश की रक्षा करने वालों को
मेरा सलाम
जान की परवाह किए बिना
जो करते हैं अपना काम
आखिर में बस इतना कहना चाहूँगा कि
हम जो घर में बैठे हैं
हम क्यों कर रहे हैं आराम
हमें भी कुछ करना चाहिए
देश के लिए काम
तभी तो ऊंचा होगा
दुनिया में भारत का नाम