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देश बचाना है हमको

देश बचाना है हमको

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पढ़ लिख कर मूंछों की रौनक

नही बढ़ाना है मुझको

खादी के कपड़ों पर धब्बे

नही लगाना है मुझको

पढ़ लिख कर मूंछों की रौनक

नही बढ़ाना है मुझको।

आतंकी हमलों पर तो अब

रोक लगाना है मुझको

देश को देखें तिरछी नज़रें

सबक सिखाना है उनको

पढ़ लिख कर मूंछों की रौनक

नही बढ़ाना है मुझको।

कलम-किताबों संग हाथों मे

अब बन्दूक उठाना है हमको

देश को भीतर बाहर से

मजबूत बनाना है हमको

पढ़ लिख कर मूंछों की रौनक

नही बढ़ाना है मुझको।


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