चर्चा बादशाह होता हैं
चर्चा बादशाह होता हैं
जमीं पे जब भी कोई हादसा होता हैं,
हर जुवां पे चर्चा बादशाह होता हैं !
कोई कहता किस्मत ही ऐसा लिखा होता हैं,
कोई कहता किए गलती की सज़ा मिलता हैं !
दर भगवान का सबके लिए खुला होता हैं,
कोई मानव तो कोई दानव बन जाता हैं !
जमीं पे जब भी कोई हादसा होता हैं,
हर जुवां पे चर्चा बादशाह होता हैं !
होठों की मुस्कान एक मिशाल भरती हैं,
अनहोनी हर जुवां सिर्फ़ मलाल भरती हैं !
ज़माना उसका कायल हो जाता हैं,
जो हर स्थिति में ख़ुद को खड़ा पाता हैं !
किसी प्रहार से वो पग न पीछे हटता हैं,
जो किसी हादसे से ख़ुद को आगे पाता हैं !
जमीं पे जब भी कोई हादसा होता हैं,
हर जुबाँ पे चर्चा बादशाह होता हैं !