STORYMIRROR

Anuj Pathak

Tragedy

4  

Anuj Pathak

Tragedy

चंद्रशेखर आजाद

चंद्रशेखर आजाद

1 min
249


शोभायमान भारती के श्रृंखला श्रृंगार में,

नेताजी जैसे हर जेवर को प्रणाम है।


आजादी स्वाद चखने को गोली गोरी झेलती,

उन छातियों के कलेवर को प्रणाम है।


प्रखर सायक था साध लिया भृकुटी पर,

फांसी पर भगत तेवर को प्रणाम है।


महिमामंडित किया खंडित थी प्रतिमा जो,

ऐसे पंडित चंद्रशेखर को प्रणाम है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy