STORYMIRROR

Madhu Vashishta

Comedy Action Inspirational

4  

Madhu Vashishta

Comedy Action Inspirational

चंडी स्वरूपा पत्नी

चंडी स्वरूपा पत्नी

1 min
9

पड़ोसन से ज़रा सी आंखें जो लड़ी थी।

थोड़ी सी उसकी तारीफ जो करी थी।

मुझे तो यूं लगा कि अब बात कुछ बनी थी।

लेकिन पीछे जो मुड़कर देखा तो सामने चंडी स्वरूपा मेरी पत्नी खड़ी थी।

घबरा के भागने की कोई गुंजाइश भी तो नहीं थी।

घेरकर पीछे की सारी जगह

वह खड़ी थी।

एक बार तो मेरा दिमाग था  चकराया।

देख कर पत्नी को गुस्से में मैं बहुत था घबराया।

इससे पहले वह कुछ भी कहती

मैं था मुस्कुराया।

माई क्यूट पांडा बोलकर उसे था मनाया।

पड़ोसन को बोला बहन जी और उसे रक्षाबंधन पर भी था बुलाया।

उसके बाद से अब मैं किसी को भी तकने से डरता हूं।

अपनी चंडी स्वरूपा पत्नी की पूजा मैं करता हूं।

उस पूजन के फल स्वरुप अपने ही घर में मौज मैं बहुत करता हूं।

मेरी पत्नी रहे खुश ऐसा इसीलिए ही मैं आप सब से कहता हूं।

वरना थोड़ी बहुत तांक झांक तो अब भी मैं करता हूं।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Comedy