चलते चलते.....
चलते चलते.....
चलते चलते यूँ ही रुक जाते है हम
तेरे इन्तजार की घड़ियां गिनने लगते है
कब आओगे तुम ये सवाल खुद से करते है
फिर चन्द कदम चल पड़ते है हम ।
कुछ अनकही बाते रह ही जाती है रोज
चाहे हम हज़ार बाते अपने दिल की बयां कर दे
आसान नहीं हर बात को लिख पाना
कुछ ना कुछ अक्सर हम भूल ही जाते है ।
तुझसे वादा है मेरा हर वादा हम निभाएंगे,
तेरा साथ ना कभी छोड़ेंगे हर पल तेरे साथ साथ रहेंगे,
हाथों में चाहे हाथ हो ना हो दिलों से दिल जुदा ना होंगे,
तन्हा हम चल रहे है हाले दिल लिखते है,
मिलेंगे एक रोज हम ये तुम हमसे कहते हो,
तेरा इन्तजार हम हर पल हर घड़ी करते है,
ज़माना चाहे कुछ भी कहे हम तुझपर यकीन करते है,
दिलों का बंधन ये टूटेगा नहीं ये वादा हमारा तुमसे है ।