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Nand Lal Mani Tripathi

Drama

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Nand Lal Mani Tripathi

Drama

छोटी बहना

छोटी बहना

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मेरे घर आयी एक नन्ही

खुशियों की सौगात ख़ास।

घर आँगन की रौनक लाड़ीली

आरजू की खुशबु से महका

घर परिवार।


कहते थे माँ बाप आएगी

बहन छोटी तुझे सताएगी।    

नखरे कम हो जाएंगे तू खुद की

खुशियों के लिये करेगा सवाल।


नन्ही परी छोटी बहन मेरे

बचपन की सहेली दोस्त मेरे

अरमानो की आसमाँ ।

जब कभी जिद्द करती

मेरे पास आते ही जिद्द की हद

उसकी टूट जाती।


मुस्कुराती भैया की शान

मेरे लिये बहना मेरी 

जिंदगी अरमान।


घर आँगन में उसकी

किलकारी की मद्धिम

मधुर धुन घर में रौनक चाँद।                 


बहना बढती जाती भाई 

बहन के रिश्ते का रौशन नाज़।

लड़ती झगड़ती नाराज

होती फिर भाई प्यार दुलार

में मुस्कुराती।


रूठती मेरे मनाने पर 

मान जाती उसके नखरे

हज़ार जिंदगी तमाम 

खुशियों की नन्ही पारी

बान मान।


याद है बचपन की नादान

शरारते जिंदगी के सफ़र में

कीमती दौलत भाई बहन का

प्यार।


राखी का त्यौहार बहना

मेरी पर्व त्योहारों से अनजान।

माँ ने बड़े प्यार से गोद में उठाया

मेरी कलाई में रक्षा सूत बंधवाया।


पता नहीं कौन सी बात नागवार

गुजरी मेरी नन्ही सी परी बहना

हो गयी नाराज।

पूरा घर उठा लिया सर पे

जैसे धरती आसमान।


माँ बाप हो गए परेशान क़ोई

नहीं समझ पाया नन्ही परी

बहना के गुस्से का राज अंजाम।


जब मैंने बांधी राखी नन्ही

परी बहना को आँखों के

आंसू गायब मुस्कुराहटों

खिलखिलाहटों से गूंजा

घर आँगन परिवार।       


भाई बहन का रिश्ता

कच्चे धागे में बंधा जिंदगी

रिश्तों में अहम हिस्सा जिंदगी

बहना बीन वीरान।


छोटी सी प्यारी सी बहना बेबी

डॉल मैं भाई उसकी खुशियों

का संसार।


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