चांद
चांद
है चांद की जमीं पर तारों का अफसाना
देखो हमने आज चाँद को अपना बनाया
जुडा अपना नाता अब चांद से
देखों एक हसीन साथी हमने पाया
लहराया तिंरगा आज चांद पर
देखो झूम के हमने जश्न मनाया
खिल खिल गई हर दिल की कली
चांद की जमीं पर घर अपना हुआ।
है चांद की जमीं पर तारों का अफसाना
देखो हमने आज चाँद को अपना बनाया
जुडा अपना नाता अब चांद से
देखों एक हसीन साथी हमने पाया
लहराया तिंरगा आज चांद पर
देखो झूम के हमने जश्न मनाया
खिल खिल गई हर दिल की कली
चांद की जमीं पर घर अपना हुआ।