चांद या परी
चांद या परी
जबसे हमनें महसूस किया है कि जीवन में आने वाले हैं, तेरे नन्हें कदम।
तबसे तेरे पापा और मेरे दिल में, सुनाई देती हैं बस तेरी दिल की धड़कन।।
कैसी होगी तेरी छवि, कैसा होगा तेरा मुखड़ा।
जैसी भी हो, जो भी हो, तू होगा हमारे दिल का टुकड़ा।।
तेरे आने से, जीवन की बगिया महक जाएगी।
आएगा आसामान से चांद, या कोई परी उतरकर आएगी।।
शायद तू बनकर आएगी लाडो रानी, या फिर बनकर मुन्ना लाला।
जीवन के इस आसमान में, तू लेकर आएगा अनोखा उजाला।।
तू हो भय्यु या तू हो बेटी, कहलाएगी एक ही नाम से जो है "भय्युबेटी"।
लगा था ताला कुछ खुशियों पर, तेरे आने से खुल जाएगी वो बंद खुशियों की पेटी।।
दिल बेकरार है मिलने को तुझे, महसूस की हैं जबसे नन्हें पैरों की चहलकदमी।
दिल को बिछाए, हाथ फैलाए, भय्युबेटी का इंतजार कर रहे हैं पापा-मम्मी।।
