बूंदें !
बूंदें !
कुछ बूंदें
जैसे-तैसे
हाथ तो लग गई
अब कोई
ऐसा चाहिए
जो इनके
उद्गम का
पता बता सके
ताकि उसी
रस्ते पर
चलकर मैं
इसके सागर
को पा सकूँ !
कुछ बूंदें
जैसे-तैसे
हाथ तो लग गई
अब कोई
ऐसा चाहिए
जो इनके
उद्गम का
पता बता सके
ताकि उसी
रस्ते पर
चलकर मैं
इसके सागर
को पा सकूँ !