बुरा मत देखो,ना सुनो,ना बोलो
बुरा मत देखो,ना सुनो,ना बोलो
बुरा मत देखो
बुरा मत सुनो
बुरा मत बोलो
क्यूंकि यह सब करने से
हम हमारा ही नुकसान करते हैं।
क्या पड़ा है बुरा देखने में,
ये आंखे भगवान ने सुंदर चीज़े देखने को दी है
उससे अच्छी चीजों को देखो और,
अपनी आंखो की सुंदरता को बढ़ाओ।
क्या पड़ा है बुरा सुनने में,
मन और मस्तिष्क दोनों की क्षति है,
ये कान भगवान ने ज्ञान कि बाते सुनने हेतु दिए है,
उनसे ज्ञान अर्जित करो,
और अपने कानो कि शोभा बढ़ाओ।
क्या पड़ा है बुरा बोलने में,
अपने मुख से अपशब्द निकालते वक़्त
हम स्वयं भी अपशब्द सुनते है,
ये मुख भगवान ने ज्ञान व समझदारी की बाते हेतु दिया है,
उससे अच्छा बोलो,
ताकि लोग तुम्हे सुनने के लिए कायल हो जाए।
ये भगवान के दिए हुए वरदानों में से ही है,
और हम इनका दुरूपयोग करते है,
हम बुरी बाते सुनते है,
हम बुरी बाते करते है,
हम बुरा देखते है।
जबकि हमारा कर्तव्य है,
हम अच्छा बोलें,
अच्छा देखें
अच्छा सुनें।।।
