STORYMIRROR

Bharat Jain

Abstract

4  

Bharat Jain

Abstract

बुद्ध का अवाक रह जाना

बुद्ध का अवाक रह जाना

1 min
410

बुद्ध का ज्ञान, सूर्योदय,

युद्ध के बाद की शांति,

समय का स्थिर रह जाना,

बुद्ध का अवाक रह जाना।


वायु शीतल और मन्द,

बारिश में भीगी मिट्टी,

वनफूलों का गिरना,

पलकों का नम हो जाना।

बुद्ध का अवाक रह जाना।


न विजेता का उद्घोष,

न विजय का नाद,

सरोवर का कमल,

निश्चल और निर्द्वन्द।

बुद्ध का अवाक रह जाना।


जलते हुए महल,

भूमि पे पड़े शव,

और बुद्ध का जन्म,

बसन्त का आ जाना।

बुद्ध का अवाक रह जाना।


तूफानों का थम जाना,

नदी का जलस्तर उतरना,

बुद्ध का आँखे खोलना,

बुद्ध का अवाक रह जाना।


ଏହି ବିଷୟବସ୍ତୁକୁ ମୂଲ୍ୟାଙ୍କନ କରନ୍ତୁ
ଲଗ୍ ଇନ୍

Similar hindi poem from Abstract