STORYMIRROR

Mousmi Bishnu

Abstract

4  

Mousmi Bishnu

Abstract

बसंत

बसंत

1 min
447

ऋतुओं की रानी का

आगमन हुआ है


देखो बसंत आ गई पेड़ों पर

नए नए पत्ते सुकुमार आए


सरसों के फूलों का

बिछौना हुआ है


बौरे हुए आमों पे कोयल की

मीठी तान देखो


दिल में समा गई गदराए

गेहूं के खेत उड़ने लगी है


रेत अबीर और गुलाल के रंग में

रंग गई देखो बसंत आ गई।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract