बसन्त पर हाइकु-यह जापानी विधा
बसन्त पर हाइकु-यह जापानी विधा
1/
मदन सखा
ऋतुराज बसन्त
आओ छा जाओ
2/
कामदेव जी
सुकुमार बसन्त
सुस्वागतम
3/
कूकी कोयल
आम्र बौर महकें
हिया घायल
4/
फैली सुरभि
निशा में खिली झलक
रजनीगंधा
5/
महके खिजाँ
महकता गुलाब
मन को भाए
6/
रात की रानी
मादकता घोल दे
निशा की बेला
7/
बेला जो खिली
मन उपवन में
फैली खूशबु
8/
खिली सरसों
इठलाती खेतों में
चादर पिली
9/
छाया बसन्त
अंग-अंग फड़का
बहका मन
10/
गरीब घर
खाने को नहीं अन्न
कैसा बसन्त