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Shriram Sahoo

Abstract

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Shriram Sahoo

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बसन्त पर हाइकु-यह जापानी विधा

बसन्त पर हाइकु-यह जापानी विधा

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1/

मदन सखा

ऋतुराज बसन्त

आओ छा जाओ

2/

कामदेव जी

सुकुमार बसन्त

सुस्वागतम

3/

कूकी कोयल

आम्र बौर महकें

हिया घायल

4/

फैली सुरभि

निशा में खिली झलक

रजनीगंधा

5/

महके खिजाँ

महकता गुलाब

मन को भाए

6/

रात की रानी

मादकता घोल दे

निशा की बेला

7/

बेला जो खिली

मन उपवन में

फैली खूशबु

8/

खिली सरसों

इठलाती खेतों में

चादर पिली

9/

छाया बसन्त

अंग-अंग फड़का

बहका मन

10/

गरीब घर

खाने को नहीं अन्न

कैसा बसन्त



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