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Sanjeev #साहिब

Romance

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Sanjeev #साहिब

Romance

बस यूं ही

बस यूं ही

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न कर सकोगे , न साथ चल पाओगे 

तुम यूँ ही कुछ दूर चल कर लौट आओगे 

न कर सकोगे ..

हमें मालूम है, अभी तो लाख कसमें वादे करते हो 

कुछ देर ठहरो , एक एक कर सब भूल जाओगे 

न कर सकोगे ..

मुझे पता है इसका अंजाम क्या होगा 

अभी आगाज है , हर वक्त यूँ ही नहीं खुश नजर आओगे 

न कर सकोगे ..

इधर आओ , बैठो मेरे पास कुछ देर तक चुप चाप 

महसूस कर लूँ तुम्हे , एक दिन तो चले ही जाओगे 

न कर सकोगे ..

हजार कस्मे खा लो की तुम मेरे हो , मैं तुम्हरा ,

जब वक्त आवाज देगा , रुक नहीं पाओगे 

न कर सकोगे ..

हमने दुनिया देखी है , तुम हममे दुनिया देखते हो 

हम तजुर्बे से कहते हैं , सम्भलो वरना , तबाह हो जाओगे 

न कर सकोगे ..

हम तो , दर्द के दरिया हैं , तुम ख़ुशी की लहर से 

हम बहते रहेंगे , बस तुम टूट बिखर जाओगे 

न कर सकोगे ..

सुनो अभी भी वक्त है , मेरी मानो एक मीठी याद सा भूल जाओ 

वर्ना साहिब की तरह बहुत पछताओगे 

न कर सकोगे न साथ चल पाओगे 

बस यूँ ही कुछ दूर चल कर लौट आओगे ।



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