बर्बाद हर दीवाना
बर्बाद हर दीवाना
ऐ दिल अब तुम छोड़ दे बीते यादों में जाना
ना वो दिल तुम, ना मोहब्बत ना वो अफ़साना
ना जाने क्या रीति है ये, क्या है खेल पुराना
दिलबर के हाथों ही हुआ बर्बाद हर दीवाना
ना कभी कोई मरहम मिलता ना कोई पैमाना
ना भूले कभी ये प्यार का अफ़साना।